कलश पूजन से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
Written by Neha singh
कलश पूजन के द्वारा व्यक्ति अपनी आत्मशुद्धि और शुद्ध चित्त का आदान-प्रदान करता है। इससे उसके मन में शुद्धता का भाव उत्पन्न होता है।
कलश पूजन करने से पूजा स्थल और आसपास की ऊर्जा में बदलाव आता है। इससे गृह और परिवार के सभी सदस्यों को कल्याणकारी ऊर्जा मिलती है।
कलश पूजन से व्यक्ति के अंदर आत्म शक्ति और क्षमता का विकास होता है।
कलश पूजन से व्यक्ति का धर्मिक भाव मजबूत होता है। इससे उसका संबंध देवी-देवताओं और परमात्मा के साथ अधिक दृढ़ होता है।
कलश पूजन से प्राकृतिक संतुलन बना रहता है।
पौराणिक समय से ही पूजा के दौरान कलश को अमृत के समान माना गया है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान जो कलश निकाला गया था, पूजा में भी उसी अमृत कलश का इस्तेमाल किया जाता है।