क्या आप भी शनि की महादशा से परेशान हैं तो करें Shani mantra का जाप

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Shani mantra: हिंदू धार्मिक ग्रंथों में शनिदेव को न्यायविद कहा गया है, जो मानव के उचित-अनुचित कर्मों का फल देते हैं। इसलिए शनिदेव को सर्वशक्तिशाली माना जाता है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि जिसकी कुंडली में शनिदेव प्रवेश कर प्रतिकूल स्थिति में निवास करते हो, उसे आजीवन किसी न किसी समस्या से जुझना पड़ता है।
ऐसी स्थिति में मानव को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जैसे व्यापार में घटा, रोजगार के सुलभ अवसर न मिलना, संतानहीनता, शत्रु बाधा, रोगग्रस्त होना आदि।
ज्योतिष आचार्यों के अनुसार शनि की महादशा कुंडली में लग्र स्थान, दूसरे, चौथे, आठवें और बारहवें घर में शनि होने पर और शनि के विपरीत प्रभाव से बचने के लिए शनि पूजन करना आवश्यक है। शनिदेव के पूजन से उनके विपरीत प्रभाव से बचा जा सकता है।
हिंदू मान्यता के अनुसार जो मनुष्य अच्छे कर्म करता है, माता-पिता की सेवा करता है, उसकी कुंडली में शनि प्रतिकूल होने पर भी शुभ संकेत देता है।
यदि किसी मनुष्य पर शनि की महादशा चल रही हो तो उसके लिए यहां शनि पूजन के सरल उपाय बताएं जा रहे हैं-
शनिदेव को काली तुलसी चढ़ाएं और निम्नलिखित Shani mantraमंत्रों का उच्चारण करें।
ऊं शन्नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शंयोरभिस्त्रवन्तु न:
शनि को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र का जप करें।
ऊं शं शनैश्चचराय नम:
शनिवार को काला वस्त्र धारण करें। शनि मंदिर जाकर शनिदेव को काले तिल का तेल चढ़ाएं।
अंत में शनिदेव से प्रार्थना करते हुए कहे हे शनिदेव मुझ पर अपनी दया दृष्टि सदैव बनाएं रखना।
ध्यान रहे Shani mantra का जाप करते समय मंत्रों का उच्चारण सही तरीके से करें।