Amarnath yatra 2024 | 2024 में अमरनाथ यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं? तो जाने से पहले नियम व शर्तें जान लें

Amarnath yatra 2024 | अमरनाथ यात्रा 2024
Amarnath yatra 2024 : अमरनाथ हिंदू धर्म का एक पवित्र धार्मिक स्थल है, जो कश्मीर राज्य के श्रीनगर शहर के उत्तर-पूर्व दिशा में स्थित है। समुद्रतल से इसकी ऊँचाई 13600 फुट है। इतनी ऊँचाई पर होने के बावजूद लाखों श्रद्धालु प्रतिवर्ष भगवान शिव (lord shiva) के दर्शन के लिए जाते हैं।
अमरनाथ जाने के लिए दो मार्ग हैं। पहला मार्ग पहलगाम से होकर जाता है तो दूसरा मार्ग बलटाल से। यहाँ तक हम किसी भी यातायात के साधन से जा सकते हैं लेकिन इसके आगे की यात्रा पैदल ही करनी पड़ती है। जो एक दुर्गम यात्रा है। इन दोनों रास्तों में से पहलगाम मार्ग को काफ़ी सरल और सुविधाजनक माना जाता है और ये रास्ता सुरक्षा की दृष्टि से भी काफ़ी अच्छा है। वहीं बालटाल वाले रास्ते पर सुविधाओं का अभाव है।
अमरनाथ की कथा । story of amarnath
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार एक बार माता पार्वती ने महादेव से यह जानना चाहा कि आखिर ऐसा क्यों होता है कि आप अजर-अमर है और मुझे हर जन्म में नया रूप लेना पड़ता है। और, हर जन्म में आपको पाने के लिए मुझे कठिन तपस्या और व्रत करना पड़ता है। माँ पार्वती की इस जिज्ञासा को भगवान शिव ने शांत करना चाहा लेकिन माता पार्वती भगवान शिव की बातों में नहीं आई और उन्होंने अपनी जिज्ञासा को तीव्र किया। तब भगवान शिव ने माता पार्वती के बार-बार आग्रह पर अमरत्व कथा सुनना उचित समझा।
जनश्रुति के अनुसार जब भगवान शिव माता पार्वती को कथा सुना रहे थे उसी समय कबूतरों का एक जोड़ा (A pair of pigeons on amarnath yatra) उस गुफा में आया और कबूतरों ने भी अमरत्व कथा सुन ली। कबूतर के दोनों जोड़े अमर हो गये। सदियों बाद आज भी अमरनाथ गुफा में कबूतरों के उन जोड़ों को देखा जा सकता है।
ऐसा विश्वास किया जाता है कि जिन भक्तों को कबूतरों का यह जोड़ा दिखाई दे जाता है। उन्हें साक्षात् भगवान शिव पार्वती के दर्शन हो गए और उनकी यात्रा सफल हो जाती है।
अमरनाथ शिवलिंग की विशेषता । Specialty of Amarnath Shivling
प्रकृति की गोद में बसा अमरनाथ मंदिर एक सुंदर धार्मिक स्थल है। इस मंदिर की गुफा की ख़ास विशेषता यह है कि यहाँ पर हर वर्ष बर्फ़ से प्राकृतिक शिवलिंग (Ice shivling of amaranth) बन जाता है। इस गुफा में हर जगह पानी की बूंदें टपकती रहती है और एक जगह पानी की बूंदें इस तरह टपकती है, जिससे लगभग 10 फुट लंबा शिवलिंग बन जाता है।
श्रावण पूर्णिमा के दिन यह अपने पूरे स्वरुप में आ जाता है, जो अमावस्या तक धीरे-धीरे छोटा होता चला जाता है। अचंभित करने वाली बात ये हैं कि ये शिवलिंग ठोस बर्फ का बना होता हैं, जबकि गुफा में हर तरफ कच्ची बर्फ़ ही होती है जो हाथ में लेते ही टूट जाती है।

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अमरनाथ यात्रा नियम व शर्तें । Amarnath Yatra Terms and Conditions in hindi
जैसा कि लेख के शुरूआत में ही बता दिया गया है कि अमरनाथ गुफा समुद्रतल से 13600 फुट की ऊँचाई पर स्थित है। इतनी ऊँचाई पर संभवतः ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है, इसीलिए इस यात्रा के लिए सरकार व अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा सख्त नियम बनाये गए हैं। आइए जानते हैं अमरनाथ यात्रा के नियम व शर्तें-
- हर वह भक्त जो बाबा बर्फानी के दर्शन करना चाहता है, उन्हें इसके लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन परमिट लेना अनिवार्य है।
- अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा जारी किया गया एक परमिट केवल एक यात्री के लिए मान्य होगा।
- यात्रा के लिए न्यूनतम आयु सीमा 13 वर्ष व अधिकतम आयु सीमा 75 वर्ष है।
- गर्भवती महिलायें जिनके गर्भ की अवधि 6 सप्ताह से अधिक है, उन्हें यात्रा परमिट नहीं दिया जायेगा।
- सबसे मुख्य बात परमिट बनवाने के लिए प्रत्येक यात्री को अपना फिटनेस सर्टिफिकेट (amaranth yatra fitness certificate) देना अनिवार्य है।
अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें 2024 । How to register for Amarnath Yatra 2024
- ऑनलाइन परमिट के लिए आप अमरनाथ श्राइन बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट (jksasb.nic.in) पर विजिट करें।
- वेबसाइट पर यात्रा से संबंधित संपूर्ण जानकारी मिल जाएगी।

अमरनाथ यात्रा पर साथ में क्या ले जायें? | What to take with you on Amarnath Yatra?
आवश्यक चीजें | विवरण |
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गर्म कपड़े और ऊनी टोपी और मोज़े | ठंड से बचाव के लिए |
हवा से बचने की जैकेट | ठंडी हवा से बचाव के लिए |
सनस्क्रीन और कीड़ों से बचने की क्रीम | सूर्य के नुकसान से बचाव के लिए, कीटों के काटने से बचाव के लिए |
पानी से बचाने वाले जूते और कोट | गिरने वाले पानी से बचाव के लिए |
ट्रेकिंग करने के लिए लाठी | खासकर हिलाने या सहारा लेने के लिए |
स्टील की पानी की बोतल | पानी की आपूर्ति के लिए |
आपातकालीन स्थितियों के लिए फर्स्ट ऐड किट | चोटों और अन्य आपातकालीन स्थितियों के लिए मेडिकल सहायता |
अधिक बैटरी के साथ टोर्च | अंधेरे में रोशनी के लिए |
हैंड सैनिटाइजर और हाथ धोने वाली साबुन की बोतल | हाथों की सफाई और स्वच्छता के लिए |
संक्षेप में इस लेख में अमरनाथ यात्रा 2024, अमरनाथ यात्रा रजिस्ट्रेशन 2024, Amarnath Yatra 2024, Amarnath Yatra registration 2024 आदि की संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की गयी है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न । Important FAQs
अमरनाथ यात्रा क्या है? । What is Amarnath Yatra in hindi ?
अमरनाथ यात्रा एक हिंदू धार्मिक यात्रा है, जिसमें शिव भक्त अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए जम्मू और कश्मीर की यात्रा करते हैं।
अमरनाथ यात्रा कब और कैसे होती है? । When and how does Amarnath Yatra take place?
अमरनाथ यात्रा प्रतिवर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से शुरू होती है और दो महीने तक चलती है।
अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण कैसे करें? । How to register for Amarnath Yatra in hindi?
अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से किया जा सकता है।
अमरनाथ यात्रा के लिए यात्रियों की आयु सीमा क्या है? । What is the age limit of pilgrims for Amarnath Yatra in hindi?
अमरनाथ यात्रा के लिए यात्रियों की आयु सीमा 13 से 75 वर्ष है।
अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा उपाय क्या हैं? । What are the safety measures for Amarnath Yatra?
अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए प्रहरी, सुरक्षा बल और आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध होती हैं।
अमरनाथ यात्रा में कौन-कौन से धार्मिक स्थल होते हैं? Which religious places are there in Amarnath Yatra?
अमरनाथ यात्रा के दौरान भगवान शिव के अलावा भैरवनाथ मंदिर, पंचतरणी, गंगाबल, सेगर आदि धार्मिक स्थलों का दर्शन किया जा सकता है।
अमरनाथ यात्रा की मार्ग-दर्शिका कहाँ से प्राप्त की जा सकती है? । Where can one get the guide for Amarnath Yatra?
अमरनाथ यात्रा की मार्ग-दर्शिका सरकारी और प्राइवेट यात्रा एजेंसियों और विभागीय वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है।
अमरनाथ यात्रा के दौरान कौन-कौन से खतरे हो सकते हैं? । What are the dangers that can occur during Amarnath Yatra?
अमरनाथ यात्रा के दौरान बर्फबारी और वायुमंडलीय प्रभाव आदि से जुड़े खतरे हो सकते हैं, जिनका सावधानीपूर्वक ध्यान रखना चाहिए।