मकर संक्रांति जनवरी 2024, जानें पूजा विधि और महत्व

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मकर संक्रांति जनवरी 2024

मकर संक्रांति जनवरी 2024

मकर संक्रांति जनवरी 2024 : नववर्ष के आगमन के साथ ही मकर संक्रांति पर्व का भी आगमन होता है। यह पर्व भगवान सूर्य की उपासना के लिए समर्पित है। सनातन धर्म में इस पर्व का विशेष महत्व हैं। शास्त्रों के अनुसार इस दिन दान-पुण्य करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस पर्व को देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे उत्तरायण, पोंगल, खिचड़ी, मघु संक्रांति, तिल संक्रांति, माघी बीहु आदि।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब मकर संक्रांति मनाई जाती है। मकर राशि में सूर्य के आगमन के साथ ही मलमास समाप्त हो जाता है।

मकर संक्रांति जनवरी 2024 शुभ मुहूर्त (Makar Sankranti 2024 auspicious time)

• मकर संक्रांति – 15 जनवरी 2024
• मकर संक्रांति पुण्य काल- सुबह 06.41 से शाम 06.22 तक
• मकरसंक्रांति महा पुण्यकाल- सुबह 06.41 से सुबह 08.38 (उसी दिन)

मकर संक्रांति जनवरी 2024 शुभ योग (Makar Sankranti 2024 Shubh Yog)

इस बार मकर संक्रांति में रवि योग, मंगल और बुध धनु राशि में विराजमान होंगे। इनका योग शास्त्रों में बेहद शुभ माना जाता है। इस योग के प्रभाव से राजनीति, लेखन और प्रकाशन के क्षेत्र से जातकों को ख़ास लाभ मिलता है। इस बार रवि योग सुबह 07.15 से सुबह 08.07 (उसी दिन) तक है।

मकर संक्रांति पूजन सामग्री (Makar Sankranti puja Samagri)

• पूजा स्थल की सजावट: शुद्ध स्थान का चयन करें और उसे फूलों से सजाएं।
• सूर्य देव की मूर्ति या चित्र: सूर्य देव की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थल पर स्थापित करें।
• पुष्प: फूलों की माला, गुलाब के पुष्प और अन्य सुंदर पुष्प एकत्र करें।
• धूप और दीप: धूप और दीप की एक थाली तैयार करें।
• रोली, कुमकुम, चावल: रोली, कुमकुम और चावल तैयार रखें।
• नैवेद्य (भोग) : चावल, घी, दूध, मिष्ठान्न (मकर संक्रांति जनवरी 2024) और फलों का पूजा के लिए नैवेद्य तैयार करें।
• तिल-गुड़: मकर संक्रांति के त्योहार में तिल और गुड़ का महत्व है, इसलिए इन्हें अलग-अलग थालियों में तैयार करें।
• गंगा जल: एक लोटे में गंगा जल रख लें।

मकर संक्रांति जनवरी 2024 पूजा विधि (Makar Sankranti 2024 puja method)

प्रात:काल गंगा नदी या किसी जलाशय में स्नान करें। यदि यह संभव न हो तो घर में नहाने के पानी में गंगा जल डालकर स्नान करें। साफ़ वस्त्र पहनकर ताम्बें के लोटे में जल भर लें और जल में गंगा जल, काला तिल, गुड़ का छोटा टुकड़ा डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें। अर्घ्य (मकर संक्रांति जनवरी 2024) देते समय निम्न मंत्रों में से किसी एक मंत्र का जाप करें।

मकर संक्रांति जनवरी 2024
मकर संक्रांति जनवरी 2024

सूर्यदेव को अर्घ्य देते समय सूर्य मंत्र का जाप करें (Chant Surya Mantra while offering Arghya to Sun God.)

• ओं ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नमः।

• ओं सूर्याय नमः।

• ओं ह्रां ह्रीं ह्रौं स: भानवे नमः।

• ओं अरुणाय नमः।

• ओं सवित्रे नमः।

• ओं भास्कराय नमः।

• ओं नमः सूर्याय चन्द्रमसे नमः।

• आदित्याय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो आदित्यः प्रचोदयात्।

मकर संक्रांति जानवर 2024 पर करें ये 3 काम (Do these 3 things on Makar Sankranti)

शनि और सूर्य देवता से संबंधित चीजों का दान – मकर संक्रांति जनवरी 2024 के दिन सूर्य और शनि (पिता-पुत्र) का मिलन दिन माना गया है। इस दिन सूर्य देवता से संबंधित चीजें जैसे तांबा, गुड़, तिल, लाल रंग के फूल, वस्त्र आदि जरूरत मंदों को दान करें। साथ ही शनि देव को प्रसन्न करने के लिए काले तिल का दान करें। ये दान आपको आर्थिक संकट से बचाते हैं और शनि दोष भी दूर होता है।

सूर्य को अर्घ्य जरूर दें – संभव हो तो गंगा नदी में स्नान अवश्य करें। ऐसा माना जाता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से असाध्य रोग ठीक हो सकते हैं। स्नान के बाद सूर्य देव के मंत्र ‘ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः’ का जाप करते हुए सूर्य को जल अर्पित करें।

तिल-गुड़ जरूर खाये – पूजा करने के बाद तिल-गुड़ अवश्य खाये तथा अपने नाते-रिश्तेदारों के यहाँ पर भी तिल और गुड़ के बने लड्डू अवश्य भेजें। ऐसा करने से रिश्तों में मिठास बनी रहती है।

पक्षियों को अन्न खिलाये – इस दिन पक्षियों को दाना खिलाने से धन आगमन के द्वार खुलते हैं।

मकर संक्रांति को पतंग उड़ना क्यों शुभ माना जाता है? (Why is kite flying considered auspicious on Makar Sankranti?)

मकर संक्रांति जनवरी 2024
मकर संक्रांति जनवरी 2024

मकर संक्रांति (मकर संक्रांति जनवरी 2024) के दिन पतंग उड़ाना हिंदू धर्म में एक प्रमुख परंपरागत परंपरा है और इसे पौराणिक महत्व के साथ जोड़कर देखा जाता है। मकर संक्रांति को भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण माना जाता है, और लोग इसे विभिन्न प्रकार से मनाते हैं। पतंग उड़ाना लोगों के बीच सामूहिक एकता और आनंद की भावना को साझा करने का एक तरीका हो सकता है।

यह पर्व भगवान सूर्य को समर्पित होता है और इससे प्राकृतिक संतुलन बना रहता है। सूर्य के उत्तरायण के साथ इसका संबंध बनाए रखने का प्रयास किया जाता है। इसके अलावा, पतंग उड़ाने से आसमान में रंगीन पतंगें देखने का आनंद भी होता है, जिससे लोग खुशी और उत्साह महसूस करते हैं।

मकर संक्रांति जनवरी 2024 के दिन इन बातों का रखें विशेष ध्यान (keep remind these things on Makar Sankranti)

• मकर संक्रांति के दिन हमेशा सात्विक भोजन करें। भूलकर भी तामसिक भोजन यानी मांस, लहसुन और प्याज न खाये। मदिरा का सेवन न करें।
• मकर संक्रांति के दिन कद्दू का सेवन संभव हो तो करें।
• इस दिन सकारात्मक बात करनी चाहिए। संभव हो तो गरीब और असहाय लोगों को जरूरी चीजें दान करें।
• मन की शांति के लिए मंदिर जाये।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। मकर संक्रांति जनवरी 2024 एक सूचनात्मक जानकारी मात्र है|  द भक्तिटाइम्स.कॉम इसकी पुष्टि नहीं करता है। अधिक जानकारी के लिए अपने पुरोहित या विशेषज्ञ से परामर्श लें।

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