History of Kainchi Dham, कैंची धाम का इतिहास, जानें नीम करोली बाबा के बारे में

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History of Kainchi Dham

History of Kainchi Dham

History of Kainchi Dham (नीम करौरी बाबा आश्रम) : उत्तराखंड राज्य देश का एक ऐसा राज्य है, जहाँ पर अनेक धार्मिक स्थल है। हरिद्वार, मनसा देवी मंदिर, ऋषिकेश और कैंची धाम आदि। कैंची धाम वर्तमान में आस्था का बड़ा केंद्र बन चुका है। यहाँ पर हर माह लाखों श्रद्धालु नीम करौरी बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। कैंची धाम में एक हनुमान मंदिर है जिसकी स्थापना सन 1960 के दशक में महान संत श्री नीम करौरी बाबा ने की थी।

यह मंदिर चारों तरफ से पहाड़ियों के बीच गिरा हुआ है और मंदिर (History of Kainchi Dham) के बगल से बहती नदी श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है। इस लेख में हम कैंची धाम और महान संत श्री नीम करौरी बाबा के बारे में विस्तार से बतायेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं। यह लेख आप thebhaktitimes.com पर पढ़ रहे हैं।

कैंची धाम आश्रम का इतिहास (History of Kainchi Dham Ashram)

प्रसिद्ध कैंची धाम आश्रम उत्तराखंड के नैनीताल में जिले में स्थित है। वैसे तो मंदिर से जुड़ी अनेक प्रसिद्ध मान्यताएँ हैं, लेकिन प्रचलित मान्यता के अनुसार सन 1960 में संत श्री नीम करौरी बाबा पहली ने अपने मित्र पूर्णानंद के साथ मिलकर कैंची धाम में आश्रम बनाने पर विचार किया था। इस विचार के परिणामस्वरूप 15 जून 1964 को कैंची धाम आश्रम की स्थापना हुई।

History of Kainchi Dham
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कैंची धाम आश्रम की प्रसिद्धि का कारण (Reason for fame of Kainchi Dham Ashram)

कैंची धाम आश्रम की प्रसिद्धि का कारण महान संत नीम करौरी बाबा हैं। नीम करौरी बाबा (History of Kainchi Dham)  हनुमान जी के परम भक्त हैं और उन्हें हनुमान जी का अवतार माना जाता है। इसी कारण आश्रम में सुबह से शाम तक हनुमान चालीसा का पाठ होता है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि सच्चे मन से नीम करौरी बाबा से मांगी गयी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। इसी कारण आश्रम में हर वर्ग के लोग बाबा के दर्शन के लिए आते हैं।

नीम करौरी बाबा ने अपना भौतिक शरीर कब त्यागा? (When did Neem Karoli Baba leave his physical body?)

नीम करौरी बाबा ने 10 सितंबर 1973 की रात्रि को अपना भौतिक शरीर छोड़ दिया था। भौतिक शरीर के फूलों को कैंची धाम में स्थापित किया गया। फिर बिना किसी योजना के सन 1974 ( History of Kainchi Dham) में बाबा के मंदिर का शिलान्यास किया गया। बाबा के मंदिर निर्माण के लिए उनके सभी भक्तों ने स्वेच्छा से सहयोग किया। मंदिर निर्माण में लगे राजमिस्त्रियों ने ‘महाराज जी’ की जय का जाप करते हुए काम शुरू किया। 15 जून 1976 को महाराज जी की मूर्ति की स्थापना और प्राण-प्रतिष्ठा की गयी।

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कैंची धाम आश्रम के दर्शन प्रसिद्ध हस्तियों ने किये (Famous personalities visited kainchi dham ashram)

कैंची धाम की आस्था के कारण एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स और फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग जैसी हस्तियाँ भी नीम करौरी बाबा के दर्शन के लिए आ चुके हैं। वहीं क्रिकेटर विराट कोहली भी पत्नी अनुष्का शर्मा और बेटी वामिका के साथ कैंची धाम के दर्शन कर चुके हैं।

कैंची धाम कैसे जाएँ (How to reach Kainchi Dham)

सड़क मार्ग से बस लेकर आसानी से कैंची धाम पहुँचा जा सकता है। अगर आप रेलगाड़ी से जाना चाहते हैं तो निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है। यदि आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो 70 किलोमीटर दूर पंतनगर हवाई अड्डा है।

कब जाए बाबा नीम करौली के दर्शन के लिए? (When to visit Baba Neem Karoli?)

यदि आप कैंची धाम आश्रम  (History of Kainchi Dham) जाने का सही समय तलाश रहे हैं तो आप मार्च से जून तक के किसी भी महीने में नीम करौरी बाबा के दर्शन के लिए जा सकते हैं। यदि आप शरद ऋतु में जाने की सोच रहे हैं तो आप सितंबर से नवंबर तक के महीने में जा सकते हैं। इन महीनों में वहां का मौसम बेहद सुहाना रहता है। जुलाई-अगस्त के मानसून मौसम में पहाड़ी क्षेत्रों में जाने से बचें।

नीम करौरी जाने का खर्च (Cost of going to Neem Karoli)

यदि आप दिल्ली में रहते हैं तो दिल्ली से नैनीताल तक जाने के लिए आपको बस या रेलगाड़ी आसानी से मिल जाएगी। बस का किराया लगभग 300 रुपये प्रति सवारी के आसपास होगा तो वहीं रेलगाड़ी का टिकट 800 रुपये के आसपास हो सकता है। आगे एक सफ़र एक लिए आप बस या टैक्सी ले सकते हैं। नीम करौरी (History of Kainchi Dham)आश्रम आने वाले लोगों के लिए शयनकक्ष और निजी रूम आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। जिसकी न्यूनतम कीमत 200-500 के बीच हैं। भोजन के लिए नाममात्र के पैसे खर्च होंगे।

नैनीताल में देखने योग्य स्थान (Places to visit in Nainital)

नैनी झील, हवाई रोपवे, नैनीताल चिड़ियाघर, नैना देवी मंदिर, मॉल रोड, टिफिन टॉप, इको गुफा उद्यान, राजभवन, किल्बिरी, गुर्नी हाउस आदि

 

 

 

(Disclaimer: History of Kainchi Dham की सभी जानकारी इंटरनेट और पत्र-पत्रिकाओं में छपी जानकारी को संग्रहित करके यहाँ प्रस्तुत किया गया है|द भक्ति टाइम्स डॉट कॉम इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)

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