माता यशोदा की मृत्यु कैसे हुईं क्या आप जानते हैं? अगर नहीं तो जानें 2024

माता यशोदा की मृत्यु कैसे हुईं | photo credit sagarworld.com
माता यशोदा की मृत्यु कैसे हुईं : देव हों या साधारण मनुष्य सभी को एक दिन इस नश्वर शरीर को त्याग कर बैकुंड धाम जाना हैं। यह एक कड़वा सत्य है। इस सत्य से हम सभी अवगत हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसी ही कथा से अवगत करवाने जा रहे हैं| जिसके बारे में शायद ही आप जानते हो| चलिए जानते हैं:-
माता यशोदा का नाम तो हम सभी ने सुना हैं। इनका जन्म ब्रजमंडल में सुमुख नामक गोप की पत्नी पाटला के गर्भ से हुआ। इनका विवाह गोकुल निवासी नंद से हुआ। ऐसा कहा जाता है कि यशोदा वैष्य समाज से थीं। यशोदा माता का संपूर्ण जीवन वृंदावन में ही गुजर गया था। धार्मिक पुस्तकों में इनका उल्लेख कम ही मिलता है।
माता यशोदा की मृत्यु कैसे हुईं । How did Yashoda Mata die
भगवान श्रीकृष्ण 11 वर्ष 6 माह तक माता यशोदा के साथ रहें। इसके बाद श्रीकृष्ण को अक्रूरजी अपने साथ मथुरा ले गये। माता यशोदा के लिए यह घटना बहुत ही दुखद रही। माँ यशोदा विक्षिप्त-सी हो गयी थीं, क्योंकि उनका पुत्र उन्हें छोड़कर मथुरा जा रहा था। माता यशोदा ने ही जन्म के बाद से कृष्ण का पालन पोषण किया था। मथुरा जाने के बाद से माता यशोदा का कृष्ण से मिलना कम हो गया।
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ऐसा कहा जाता है कि श्रीकृष्ण के द्वारिका जाने के बाद माता यशोदा का कृष्ण से मिलना जुलना एकदम कम हो गया। माता यशोदा श्रीकृष्ण के किसी भी विवाह में शामिल नही हो पाई थीं। कहते हैं कि महाभारत के युद्ध के बाद जब भगवान कृष्ण अपनी माँ यशोदा से मिलने वृंदावन गये तब वे अपनी अंतिम श्वास ले रही थीं। अपनी लीला समेटने से पहले ही भगवान श्रीकृष्ण ने माता यशोदा को गोलोक भेज दिया।
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